Sunday, April 17, 2011

.....परकटे परिंदे कि कोशिश तो देखिये !!!!

कसम "जन लोकपाल विधेयक" की भाई साब,"पहली बैठक से दोनों पक्ष खुश" ये खबर पढ़ कर "मनवा" एकदम से "चिअरलीडर" हो गया ! जी किया की "स्टेडियम" में रह रह कर बजते "ट्रक" के "हार्न" की "धुन" पर "बेवजह" का "कोलाहल"मचाने लगूँ ! पहली बार "सिविल सोसायटी" का मेंबर होने की "ठसक" "ओवर फ्लो" होने ही वाली थी की "खबर" आ गयी  फलां-फलां "राज्य सरकार" ने "विश्व कप" जीतने वाली टीम को जो इनाम दिया है  वो "राज्य"के "शिक्षा बज़ट" का है !आपकी कसम भाई साब, आत्मा तड़प के फ़ौरन "पीपली लाइव" हो गयी ! आवाज़ आई, अरे मनहूसो !कभी "मैच" के दौरान देखा है "स्कूल-कालेजों" में जाकर! भाई लोग "पीरियड" गोल करके "मैच" देखते है और "आप" है की....! वैसे भी जिन्होंने "शिक्षा" पा ली है "वो" कौन से "रोज़गार"पर लग गए है! "गुटके"और "तम्बाकू" पर "पाबन्दी" लगाने से "बिक्री" कम नहीं हो जाती है !"बाबुओं" और "अफसरों"के बीच "बँटने"से से बेहतर है "ईनाम" में "बँट" गया !सुना नहीं "उत्तर प्रदेश" सरकार ने "उच्चतम न्यायलय" में अपील कर दी है की ९० दिनों के भीतर "भ्रष्टों" पर "केस" चलाने की "मंज़ूरी"नहीं दी जा सकती है ! क्योंकि "कानून"में कोई "समय-सीमा" नहीं है! सही है "कानून" कानून" है ! "सचिन" को "भारत रत्न"देने का कानून नहीं है उधर "सिविल सोसायटी" का "अध्यक्ष" बनते ही कम "स्टाम्प" अदा करने की "नोटिस" जारी हो गयी ! वो कहते है ना की "सुपरबग" हर जगह है,बस "डरने" की "ज़रूरत" नहीं है ! कोई "जंतर-मंतर" पर हुए "खर्च" के "जांच" की "मांग' करके "खुश" हो जाता है तो कही "अमूल बेबी" कहने पर "हंगामा" मच जाता हैं ! यही नहीं "हम"समय से टैक्स देंगे, "रिश्वत" ना देंगे ,ना लेंगे...सोचते ही "आत्मा" कांप जाती है और भरी ट्रेन से "महिला खिलाडी"को धक्का देकर  उसका "पैर" छीन लेने वाले "पकडे" नहीं जाते है, हमें इस पर "मलाल"नहीं होता  बल्कि "हम" उसके "नौकरी मिलने","नकली पैर दिए जाएँ" की "ख़बरें" "देख-पढ़" कर "संतुष्ट" हो जाते है ! जाने दीजिये भाई साब,बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी ..."चेतन आनंद" की "हकीक़त" भले "रंगीन" हो रही हो लेकिन अपनी "हकीक़त" "विधेयक" बनने से रंगीन नहीं होगी बल्कि अपने "अन्दर" के "अन्ना"को "जगाने" से होगी! "मै" भी "आप" जैसा ही हूँ! "फुर्सत"से बैठा हूँ इसलिए "बता" दे रहा हूँ कि अभी-अभी एक "शेर" पढ़ा है इसलिए "कह" पा रहा हूँ ! आप भी "पढ़िए"  और हो सके तो "कुछ"करिए..."हो रही है "जिस्म" में "जुम्बिश" देखिये,इस "परकटे" "परिंदे" कि "कोशिश" तो देखिये !!!!!!!!    

9 comments:

  1. vAKIL SAAB, tain tain fiss ho gaya lagta hai, samajh hi nahi aa raha ki jo hum samajh rahe the wahi sub samajh rahe the ya ki hamari samajh purani ho jaane ki vajah se itni teji se badal rahe ghatna chakra ko samajh nahi paa rahi. abhi abhi to safalta ke jhande gaar diye the is aandolan ne fir achanak kya ho gaya ki backfoot par aa gaye. ek share yaad raha hai,' ABHI AAYE ABHI BAITHE ABHI DAAMAN SAMHALA HAI, TUMHARI IS JAAOON! JAAOON! NE HAMARA DUM NIKALA HAI'. LAGTA HAI BEVAJAH KA KOLAHAL HI THA, ANGREZI MEIN KAHEN TO 'FLASH IN THE PAN'. AAP NE TO POORE HINDOSTAN KA HAL BAYAAN KAR DIYA PAR SHAYAD ITNI AZGAR RUPI SAMASYAAON KE SAAMNE YEH LOG THAHAR NAHI PAAYE. PARKATE PARINDE KI YAHI MAJBOORI HAI SHAYAD. BAAT DOOR TALAK TO GAYEE PAR ULTE PAIR VAPIS AA GAYEE. ZUMBISH TO AAKHRI SAANS LETE SAMAY KI HICHKI JAISI LAGTI HAI.

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  2. यही नहीं "हम"समय से टैक्स देंगे, "रिश्वत" ना देंगे ,ना लेंगे...सोचते ही "आत्मा" कांप जाती है और भरी ट्रेन से "महिला खिलाडी"को धक्का देकर उसका "पैर" छीन लेने वाले "पकडे" नहीं जाते है, हमें इस पर "मलाल"नहीं होता बल्कि "हम" उसके "नौकरी मिलने","नकली पैर दिए जाएँ" की "ख़बरें" "देख-पढ़" कर "संतुष्ट" हो जाते है !

    bhaiya jabardast baat...

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  3. Sir jordaar hai... aap ne saari hulchalon ko samet kar fursat nama main utaar diya hai... jabardast sir
    thankyou

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  4. Kasam furshatnama ki, hame bhi sadbudhi aagai!

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  5. Yessss isko kehte hain FURSAT MANAGEMENT!!!....hai koi mere mama ji jitna talented...???agar desh ka har insaan fursat me aise he soche to wo sach me DESH DEEPAK he kaha jaaega....:-):-) lekin hum to fursat ka samay chatting,roaming aur gossipping me nikaal dete hai...saddd....chalo logon kasam khao ke ab se hum fursat me mama ji jaisa kuch kerne ki koshish karenge...bole to fursat management!!!
    Jago india jago...

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  6. Sanjay Shangloo,20-04-2011 Fursatname ki kasam, Ye sabke dimaag ki batti jala de raha hai.Lage raho "Desh Babu" ham sab tumare satha hain.Aage daore enjan piche daude bogi.

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  7. Jahan Anna Hazare ke Upvaas se bhi moti chamdi wale Netaon ko koi fark nahi padta wahan hamare aur aap ke fursatnaame se in gendo ko kya fark padna hai, lekin humein apni jung jaari rakhni chahiye, aur aap fursatnaame se ba-khubi nibha rahe hai.

    Sachin se lekar Sabhi seniors ko aaram chahiye is liye west indies tour par nahi jaana chahte lekin IPL me aaram nahi karna chahte kyonki isme unhe lakhon jo milte hain ? Sachin jaisa khiladi bhi jiski sampati ka koi hisaab nahi woh bhi free me FSI chahte hai !

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  8. अशोक भाई साब, आपकी बातों से हमेशा एक नयी दिशा मिलती है !चन्दन, मुझे पता है सच को कहने में तुम कभी नहीं डरते हो इसी लिए "ज़बरदस्त"बात लगी !आशु,दिग्विजय, हौसला बढ़ने का धन्यवाद!भरत भाई, आपके कमेन्ट की रौशनी में कोशिश करूँगा कुछ लिखूं !संजय, यहाँ "दिमाग की बत्ती" जलने की छोड़ो...."बत्ती" ही नहीं है....!...और हाँ मेरी "फुर्सत मैनेजमेंट", लगता है तू भी "फुर्सत"में थी....any वे ....अच्छा है .....आप सब के कमेन्ट से साहस बढ़ा.......और हाँ अपने "वाल" पर "फुर्सतनामा" "शेयर" करने का धन्यवाद !!!!!!!

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  9. bhai kuch bhi ho lekh ke ant tak ate ate aap aisa keh jate ho jise sarahe bina nahi raha ja sakta bhagwan hame bhi sadbuddhi de

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