it is well said ki"khalli dimag shaitan ka ghar"but sometime yahi shitani kuch aaise khurafato ko janm de deti hai jinka koi jawab nahi hota...fursat k unhi lamho me kuch khurafato ka pratiphal hai "fursatnama"...
Saturday, August 28, 2010
अयोध्या
एक बार फिर से अयोध्या चर्चा में है,
मुद्दा वही "मंदिर मस्जिद"वाला,
दुनिया भर के लोगो की नज़रे भले ही फैसले पैर लगी हो
लेकिन आम अयोध्या फैजाबाद वासी बस बेफिक्री से अपनी रोज़ मर्रा की जिंदगी जीने में लगा है !
हाँ ,दिन भर में कही एक आधा बार ये ख्याल ज़रूर आ जाता है की
शायद इस बार भी दुनिया हमारी मोहब्बत से फिर न कुछ सीख पाए .............
लेकिन फिर हलके से
दिल के कही कोने में ये विश्वास सर उठाता है
की
इस बार दुनिया को मोहब्बत का पाठ शायद यही से मिले.......आमीन !!!!!!!!
हमारा मौन.....
जब सुन लेते ही एक दूसरे की धड़कने
महसूस कर लेते है भावनाए
अच्छा लगता है रहना एक साथ
लेकिन तभी
सच को स्वीकारने/ नकारने की प्रक्रिया में
तलाशने लगते है हम शब्द
शब्द,जो वाक्यों में परिवर्तित होकर
और भी कर देते है हमें दूर,
इसलिए सोचता हु,इस बार ऐसी जगह मिले हम
जहा हम हो,
तुम हो,
और हो ,
हमारा मौन !!!
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