it is well said ki"khalli dimag shaitan ka ghar"but sometime yahi shitani kuch aaise khurafato ko janm de deti hai jinka koi jawab nahi hota...fursat k unhi lamho me kuch khurafato ka pratiphal hai "fursatnama"...
उसदिन "साबरमती"केकिनारे "मुन्नाभाई"और "सर्किट"शांतबैठेथे ! तभीसर्किटबोला " एभाईकाहेको "इंग्लैंड" केदौरेसेलौटी "लुटी-पिटी" टीम "इंडिया" कीतरहमुहंलटकाएबैठेलाहै ! देखतोबाप "मुल्क" मेंचारोतरफ "रौनक" छायेलीहै ! "फार्मूलावन" की "रेस","चैम्पियंसलीग" में "चौके-छक्कों" की "बरसात","गरबा-डंडिया" की "धूम" ! "गुजरात" सेलेकर "रामलीलामैदान" "उपवास" काहीबोलबालाहै ! सच्चीबोलूंतोअपुनकेलाइफमेंफर्स्टटाइमपब्लिकदोअक्टूबरकेपहलेइश्च "बापू" को "याद" कररहेलीहै,तेरीतोनिकलपड़ीरेमामू ....मुन्नाभाईभड़कगए " सालेतेरेको "मस्तिष्कज्वर" होजायेऔरतेराइलाजसरकारीअस्पतालमेंहो ! मनहूसकितनीबारबोलाहैकीबेवजह "दिग्विजय" मतबनाकर ! लम्बी-लम्बीफेकेंगातो "सचिन" कीतरह "जिंदगी" के "वन-डे" मेंतेराभी "फार्मूला" "फेल" होजायेगा ! अपुनकाटेंशनइसबार "हाईइस्टैंडर्ड" काहै !पताहैसर्किट "गाँधी" केनाममेंतोएक "जी" थालेकिनयेसाला "2 जी" क्याबलाहै " नोआईडिया" ! सर्किटहंसा "भाई "2 जी" बोलेतोअपनी "ऐश" को "जुड़वाँ" होनेकोहैना "सिंपल" ...वैसेएकबातबोलूंभाई, आप "बिग-बॉस" कासीजन 5 "सल्लू" केसाथ "होस्ट" कररहेहोइसलिए "ऐश" कीबातभीनईकरनेकावर्नाआपतोठहरे "सीधे-सादे", कलको "येश्च" लोगबोलेंगेआप "बापू" केनहीं "नेहरु" के "फलोवर" हो, काएको "गुलाब" बांटता है ना तू ! मुन्ना भाई "सीरीअस"हो गए ....ए सर्किट तू साला टेंशन हे देगा क्या रे ! अक्खा तेरी बात और "योजना आयोग का हलफनामा" एक बराबर ! कमबख्त इस मुल्क में "चुनाव" आते ही "जिले" बनने शुरू हो जाते है ! "मंदिर" के लिए "पत्थर" तराशे" जाने लगते है ! "रथयात्रा" पर "महाभारत" शुरू को जाती है ! "किताब" का नाम "कंट्रोवर्सियाली योर्स" है तो "बयान" भी ऐसा ही देने लगते है ! अपुन के "दिमाग" का तो "दही" बन "गयेला" है ! पता है सर्किट तेरे को "दोअक्टूबर" को ही अपने "शास्त्री जी"का भी जन्म हुआ था लेकिन यहाँ तो......बात काटते सर्किट बोला, हाँ भाई यहाँ तो लोग "रवि शास्त्री" को "ज्यादा" जानते है,पर "उनका" भी क्या "दोष" है, जिस मुल्क में "किसान" गरीबी से तंग आकर "आत्महत्या" कर रहे है और "जवान" कुंठित होकर "अपनी" ही गोलियां "कनपटी" पर "दाग" रहे हो वहां "जय जवान-जय किसान" का क्या मतलब...जानते है भाई, "मैट्रिक" में "फेल" होने के पहले "अपुन" ने "गलती" से "गेंहू और गुलाब" पढ़ लिया था ! आज तेरा "गुलाब" तो "गांधीगिरी" के "नाम" पर "चल" निकला है अभी "गेंहू" का कुछ करना होगा,साला "गरीब" लोगों से "दूर" होता जा रहा है...कहते-कहते सर्किट की "आवाज़" "भर्रा" गई और मुन्ना भाई की भी "आँख" "डबडबा" आई,तभी वहां "पांडू" हवालदार ने "डंडा" पटका...अबे ओ, "सारेगामापा" के "लिटिल चैम्पियन",चल-चल सरक ले इधर से वर्ना....मुन्ना भाई और सर्किट ने एक दूसरे को देखा,"पांडू" के "वर्दी" और "डंडे" का "रंग" एक था ...दोनों "ख़ामोशी" से "मौके" की "नजाकत" भांपकर वहां से "निकल"...बोले तो "सरक" लिए...दूर चमचमाती "रौशनी" में सारा मुल्क "डांडिया" की धुन पर "थिरक" रहा था ! "हाई-वोल्टेज" स्पीकर पर "रीमिक्स" गीत गूंज रहा था....रघुपति राघव राजा राम,पतित पावन सीता राम ! ईश्वर अल्लाह तेरो नाम ,सबको सम्मति दे भगवान् !!!!
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