एक बार फिर से अयोध्या चर्चा में है,
मुद्दा वही "मंदिर मस्जिद"वाला,
दुनिया भर के लोगो की नज़रे भले ही फैसले पैर लगी हो
लेकिन आम अयोध्या फैजाबाद वासी बस बेफिक्री से अपनी रोज़ मर्रा की जिंदगी जीने में लगा है !
हाँ ,दिन भर में कही एक आधा बार ये ख्याल ज़रूर आ जाता है की
शायद इस बार भी दुनिया हमारी मोहब्बत से फिर न कुछ सीख पाए .............
लेकिन फिर हलके से
दिल के कही कोने में ये विश्वास सर उठाता है
की
इस बार दुनिया को मोहब्बत का पाठ शायद यही से मिले.......आमीन !!!!!!!!
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